આપનો આજનો દિવસ કેવો રહેશે.... જાણો...19-12-2019

Sep 10 08:19 2022

શાસ્ત્રી હિરેનકુમાર ધીરજલાલ
सूर्य का धनु राशि में गोचर इन राशियों के लिये रहेगा भाग्यशाली!
सूर्य का धनु राशि में गोचर लाएगा कई अवसर! पढ़ें गोचर का भविष्यफल और जानें सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करने से सभी राशियों के जीवन में क्या परिवर्तन आएंगे।
वैदिक ज्योतिष में सूर्य की प्रकृति आधिकारिक है, इसे सभी नौ ग्रहों में राजा का दर्जा प्राप्त है। सूर्य पिता, आत्मा, सरकारी काम, आदि का कारक है। काल पुरुष की कुंडली में इसे सिंह राशि का स्वामित्व प्राप्त है। किसी की भी जन्म कुंडली मे यदि सूर्य मजबूत है तो इससे राजनीति के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है। मेष राशि में सूर्य उच्च का तथा तुला राशि में नीच का होता है। हालांकि सूर्य यदि धनु, सिंह और मेष राशियों में हो तो यह मजबूत होता है और इससे अच्छे फलों की प्राप्ति होती है।

कुंडली में सूर्य ग्रह
वैदिक ज्योतिष में सूर्य ग्रह को  तेजस्वी और पौरुष से भरे ग्रह के रुप में देखा जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं में सूर्य ग्रह को अग्नि देवता भी कहा जाता है। जब किसी जातक की कुंडली के तीसरे, षष्ठम, दशम और एकादश भाव में सूर्य विराजमान होता है तो यह बहुत अच्छे परिणाम देता है, ऐसे व्यक्ति को देश विदेश में ख्याति प्राप्त होती है।
सूर्य की कमजोर स्थिति व्यक्ति को अभिमानी, ईर्ष्यालु, आत्म-केंद्रित और अहंकारी बनाती है। जिन जातकों की कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर होता है उन्हें कार्यक्षेत्र में भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे जातकों के पिता की तबीयत खराब रह सकती है, पिता के साथ ऐसे लोगों का संबंध बहुत अच्छा नहीं होता है। यदि ऐसे जातक रुबी रत्न को सोने या चांदी की अंगूठी में पहनते हैं, तो इससे सूर्य ग्रह के नकारात्मक प्रभाव खत्म हो जाते हैं।
धनु संक्रांति का महत्व
सूर्य के धनु राशि में गोचर के दिन धनु संक्रांति का त्योहार मनाया जाएगा। किसी भी राशि में सूर्य के गोचर को संक्रांति के रुप में जाना जाता है। इसलिये धनु संक्रांति के दिन सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करेंगे। इस शुभ दिन पर लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और दान देते हैं। इस दिन अपने पित्रों को याद करते हुए हवन और पूजन करना चाहिये, इसके बाद प्रसाद ( तिल के दानों और गुड़ से बना हुआ) लोगों को बांटना चाहिये।
गोचर का समय
सूर्य के धनु राशि में गोचर से सभी राशि के जातकों के जीवन में परिवर्तन आएंगे। सूर्य देव 16 दिसंबर 2019, सोमवार दोपहर 15:10 बजे अपने मित्र ग्रह देव गुरु कहे जानें वाले बृहस्पति की राशि धनु में गोचर करेंगे और 15 जनवरी 2020, बुधवार 01:54 बजे तक इसी राशि में विराजमान रहेंगे। । आईये देखें विभिन्न राशि के जातकों को सूर्य किस प्रकार प्रभावित करते हैं और इससे सारे राशियों को कैसे फल मिलते हैं।
सूर्य बीज मंत्र
ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः ॥
सूर्य गायत्री मंत्र
ॐ भास्कराय विद्महे महातेजाय धीमहि
तन्नो सूर्य: प्रचोदयात् ।।
आइये अब जानते हैं सूर्य के गोचर से सारी राशियों पर कैसे फल मिलेंगे.
नोटः यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है।
मेष राशि
इस गोचर के दौरान सूर्य आपकी राशि से नवम भाव में स्थित होंगें। सूर्य के इस गोचरीय अवधि में छात्र विशेष रूप से उच्च शिक्षा प्राप्ति के लिए ख़ास योजना बना सकते हैं। इस दौरान पढ़ाई के लिए विदेश जाने की आपकी योजना भी सफल होगी। इस गोचर काल में आपका प्रेम जीवन अनुकूल रहेगा और आप पार्टनर के साथ अच्छा वक़्त गुजार पाएंगे। पारिवारिक दृष्टिकोण से देखें तो, इस अवधि में आप बच्चों के साथ मस्ती भरे पल गुजार पाएंगे। इसके साथ ही परिवार के सदस्यों के साथ आप छुट्टियों पर जाने का प्लान भी बना सकते हैं। निजी जीवन में आपका रुझान आध्यात्मिक कार्यों की तरफ होगा और आप परोपकार के कामों में ज्यादा लिप्त रहेंगे। गोचर की इस अवधि में समाज में आपके पिता के मान सम्मान में वृद्धि होगी, इसके फलस्वरूप आपको सामाजिक स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी। इस गोचर काल में भाग्य आपका पूर्ण रूप से साथ देगा और इसके फलस्वरूप कार्य क्षेत्र और व्यापारिक स्तर पर भी आपको सफलता मिलेगी। जहाँ एक तरफ कार्य क्षेत्र में आप अपनी मेहनत से सभी चुनौतियों को पार करने में सफल होंगें वहीं दूसरी तरफ बिज़नेस में भी आपको मुनाफ़ा प्राप्त होगा। इसके साथ ही साथ इस दौरान आप बिज़नेस का विस्तार भी सफलता पूर्वक कर पाएंगे। आर्थिक स्तर पर सूर्य के इस गोचर काल में आपको पूर्व में किये निवेशों से लाभ मिल सकता है। मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य का ये गोचर विशेष फलदायी साबित हो सकता है।
उपाय: सूर्य के हानिकारक प्रभावों से बचने के लिए आदित्य ह्रदय स्त्रोत का जाप करें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि में सूर्य का प्रवेश आठवें भाव में होगा। सूर्य के इस गोचर के फलस्वरूप आपका रुझान खासतौर से ध्यान, आध्यात्म और योग की तरफ हो सकता है। इस दौरान आप अपने स्वास्थ्य को विशेष अहमियत देंगे और सेहत को लेकर सतर्कता बरतेंगे। स्वास्थ्य को लेकर बरती गयी असावधानी आपको भारी मुसीबत में डाल सकता है। ये गोचरीय अवधि आपके लिए कार्य क्षेत्र में मुसीबतें पैदा कर सकती है। कार्य स्थल पर आप किसी विवाद में फँस सकते हैं इसलिए इस दौरान विशेष रूप से अपने आँख और कान खुले रखें। पारिवारिक रूप से देखें तो इस गोचर काल में माता पिता की सेहत आपके लिए परेशानी की वजह बन सकती है। लिहाजा उनका ख़ास ख्याल रखें और कुछ भी ऐसा ना करें जिससे उन्हें चोट पहुँचती हो। इसके अलावा परिवार में किसी बात को लेकर होने वाले विवाद की वजह से मन अशांत रह सकता है। इस स्थिति से निकलने के लिए अपनी सूझ बूझ का इस्तेमाल करें और तनाव की स्थिति से खुद को दूर रखें। यदि आप ऑफ़िस आने जाने के लिए खुद के वाहन का प्रयोग करते हैं तो, गोचर की इस अवधि में वाहन चलते समय सावधानी रखें। यदि आप शादीशुदा हैं तो, सूर्य का ये गोचर आपके लिए शुभ फलदायी साबित हो सकता है। इस अवधि में आप जीवनसाथी के साथ सुखमय पल गुजार पाएंगे। प्रेम जीवन के लिए भी ये गोचरीय अवधि आपके लिए लाभदायक साबित होगी, लेकिन पार्टनर की कोई बात आपके दिल को चोट पहुंचा सकती है। आपके लिए गोचर की ये अवधि मध्यम फलदायी सिद्ध होगी।

उपाय: मंदिर में भगवान विष्णु को गुड़ चढ़ाने से सूर्य के हानिकारक प्रभाव से बचा जा सकता है।
मिथुन राशि
इस गोचरीय अवधि के दौरान सूर्य आपकी राशि से सातवें भाव में स्थित होंगें। सूर्य का ये गोचर आपके लिए निम्न फलदायी साबित हो सकता है। यदि आप किसी बिज़नेस से जुड़े हैं तो इस गोचरकाल में आपके बिज़नेस पार्टनर के साथ किसी बात को लेकर आपका मतभेद हो सकता है। इस दौरान बिज़नेस में नुकसान होने से बचने के लिए विशेष रूप से आपको इस बात का ख़ास ध्यान रखना होगा की पार्टनर के साथ आपका किसी प्रकार का कोई मतभेद ना हो। इस गोचरकाल के दौरान सूर्य के अशुभ प्रभाव से आपके व्यवहार में परिवर्तन देखने को मिल सकता है। बहरहाल किसी से बातचीत या संचार के दौरान आपकी भाषा शैली में कड़वाहट आ सकती है। लिहाजा इस समय दूसरों से बातचीत के दौरान खासतौर से अपनी वाणी पर संयम रखें। वैवाहिक जीवन की बात करें तो, गोचर की इस अवधि का आपके जीवनसाथी को भरपूर लाभ मिलेगा। संभव है कि इस अवधि में उन्हें कार्यक्षेत्र में तरक्की मिलें और उनके ओहदे में वृद्धि हो। दूसरी तरफ सूर्य के हानिकारक प्रभाव से उनमें अहंकार की भावना आ सकती है। वैवाहिक जीवन में सुख शांति बनाए रखने के लिए इस गोचरीय अवधि में आपको अपने जीवनसाथी के बर्ताव को अनदेखा करना होगा। मिथुन राशि के जातकों को सूर्य के इस गोचरकाल में अपनी सेहत का भी विशेष ध्यान रखना होगा। स्वास्थ्य को लेकर बरती जानी वाली लापरवाही आपके लिए इस समय हानिकारक साबित हो सकती है। सेहतमंद रहने के लिए अपनी लाइफस्टाइल में सुधार करें और अपना रूटीन ठीक रखें।

उपाय: सूर्य के हानिकारक प्रभाव से बचने के लिए गौशाला में गेहूं की बालियां दान करें।

कर्क राशि
कर्क राशि में सूर्य का प्रवेश छठे भाव में होगा। सूर्य के इस गोचरकाल में खासतौर से आपकी सामाजिक मान मर्यादा में वृद्धि होगी। ग़ौरतलब है कि इस दौरान आप सामाजिक रूप से ज्यादा सक्रिय होंगें और समाज के प्रभावी लोगों के संपर्क में आएँगे। इस गोचरकाल में आप अपने शत्रुओं पर हावी रहेंगे और हर क्षेत्र में आपको सफलता मिल सकती है। हालाँकि दूसरी तरफ इस समय आपको अपनी सेहत का ख़ासा ध्यान रखना होगा। स्वास्थ्य पर ध्यान ना देकर आप किसी शारीरिक पीड़ा से ग्रसित हो सकते हैं। पारिवारिक जीवन शांतिपूर्ण व्यतीत हो सकता है, इस दौरान आप अपने घर का पुनर्निर्माण या उसके सौन्दर्यीकरण का काम करवा सकते हैं। माता पिता आपके द्वारा उठाये किसी कदम के लिए आपकी सराहना कर सकते हैं। दूसरी तरफ परिवार में किसी प्रकार का विवाद उत्पन्न होने से आप तनाव ग्रस्त हो सकते हैं। गोचर कि इस अवधि में आप परिवार के साथ किसी अनचाही यात्रा पर भी जा सकते हैं। कार्य क्षेत्र से जुड़े जातकों को इस गोचरकाल के दौरान कार्य स्थल पर उनके काम की वजह से ख़ासा प्रशंसा मिल सकती है। आपके सहकर्मी इस समय आपके काम में बाधा उत्पन्न करने की कोशिश करेंगे, लेकिन आप अपनी सूझ बूझ से इस परिस्थिति का सामना करने में सफल हो सकते हैं। आर्थिक रूप से सूर्य का ये गोचरकाल आपके लिए नुक़सानदेह साबित हो सकता है। इस अवधि में पैसों के लेन-देन में आपको ख़ासा सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी। संभव है कि इस दौरान किसी को उधार दिए पैसे आपको वापिस ना मिले। हालांकि आपके लिए गोचर का ये समय मध्यम फलदायी साबित होगा।

उपाय: विशेष लाभ के लिए भगवान शिव की आराधना करें और उन्हें खस का इत्र चढ़ाएं।

सिंह राशि
इस गोचर के दौरान सूर्य आपकी राशि से पांचवें भाव में स्थापित होंगें। आपके लिए सूर्य के गोचर की ये अवधि विशेष रूप से आपके आर्थिक दृष्टिकोण के लिए फलदायी साबित हो सकती है। इस दौरान आपको आर्थिक स्तर पर किसी अज्ञात स्रोत से अच्छी ख़ासी आमदनी प्राप्त हो सकती है। हालाँकि इसके वाबजूद भी आप अपनी आर्थिक स्थिति को लेकर संतुष्ट नहीं रहेंगे। पैसे कमाने की लालसा इस समय आपके अंदर बढ़ सकती है, लेकिन इसके लिए कोई ऐसा रास्ता ना चुने जिसपर चलकर आगे आपको पछतावा हो। पारिवारिक स्तर पर इस दौरान आपको बच्चों की सेहत और उनके खान पान पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी। गोचर की इस अवधि में उनकी सेहत में कमी आ सकती है। निजी स्तर पर इस दौरान आपका रुझान खासतौर से धार्मिक कार्यों की तरफ हो सकता है। धर्म कर्म से जुड़े कार्यों में आप बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे और किसी धार्मिक यात्रा पर जाने का प्लान भी बना सकते हैं। यदि आप किसी से प्रेम करते हैं तो सूर्य के इस गोचर काल में आपके प्रेम जीवन में कठिनाईयां आ सकती हैं। बहरहाल, रिश्ते में प्रेम और सद्भाव की भावना बनाए रखने के लिए अपने पार्टनर को वक़्त दें और उनकी भावनाओं की कद्र करें। विवाहित जातकों को इस गोचरीय अवधि में जीवनसाथी के साथ मतभेद की स्थिति से बचने के लिए अपनी भाषा शैली पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता होगी। आपकी कोई बात आपके जीवनसाथी के दिल को चोट पहुंचा सकती है, इसलिए विशेष ध्यान रखें। सूर्य का ये गोचर काल सिंह राशि के जातकों के लिए सामान्य से कम फलदायी सिद्ध होगा।

उपाय: विशेष लाभ के लिए हरिवंश पुराण का पाठ करें।
कन्या राशि
इस गोचरकाल में सूर्य आपकी राशि से चौथे भाव में विराजमान होंगें। गोचर की ये अवधि आपके लिए आर्थिक रूप से फलदायी साबित हो सकती है। इस दौरान आर्थिक स्तर पर आपको विशेष लाभ की प्राप्ति भी हो सकती है। इसके साथ ही साथ आप आर्थिक लाभ प्राप्ति के लिए लंबी दूरी की यात्रा पर भी जा सकते हैं। आपको इस गोचरकाल में धन प्राप्ति के बहुत से ऐसे स्रोत मिल सकते हैं जो आने वाले समय में आपके लिए लाभकारी साबित होंगे। यदि आप विवाहित हैं तो, इस गोचरीय अवधि में आपके जीवनसाथी को कार्य क्षेत्र में अपार सफलता मिल सकती है। लेकिन इस दौरान आपको थोड़ी सावधानी बरतने की आवश्यकता पड़ सकती है, दूसरों के ऊपर हावी रहने की आपकी प्रवृत्ति आपको परेशानी में डाल सकती है। जीवनसाथी के साथ प्रेम पूर्वक व्यवहार रखें और उनका सम्मान करें। पारिवारिक स्तर पर भी आपके हावी होने की प्रवृत्ति की वजह से आप किसी मतभेद में फँस सकते हैं, पारिवारिक जीवन अशांति पूर्वक व्यतीत हो सकता है। हालाँकि यदि कार्य क्षेत्र की बात करें तो, यहां आपका ये रवैया आपके लिए कुछ मायनों में लाभकारी साबित हो सकता है। बहरहाल इस गोचरकाल के दौरान आपको अपने पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में ताल मेल बनाकर चलने की जरुरत होगी। कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य का ये गोचर मिला जुला परिणाम देने वाला साबित होगा।
उपाय: रविवार के दिन तांबे की वस्तु का दान करें।
तुला राशि
तुला राशि में सूर्य का प्रवेश उनकी कुंडली से तीसरे भाव में होगा। इस गोचरकाल के दौरान आपका विशेष रूप से भाग्योदय होगा। भाग्य का साथ मिलने से आपको जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता भी मिल सकती है। गोचर की इस अवधि में, आपका पारिवारिक जीवन ख़ासा सुखमय व्यतीत होगा। इस दौरान आपको अपने भाई बहनों का भरपूर साथ मिलेगा और आप हर मुश्किल का सामना डट कर करने में पूरी तरह से सक्षम रहेंगे। परिवार का साथ मिलने से आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और आप परिवार के महत्व को भी नज़दीक से समझने में सक्षम होंगें। परिवार के साथ किसी धार्मिक यात्रा पर भी जाना हो सकता है। कार्यक्षेत्र में आप अपनी कड़ी मेहनत और लगन के दम पर सफलता प्राप्त करने में सफल होंगें। कार्य स्थल पर आपके काम की सराहना हो सकती है और उच्च अधिकारियों का आपको साथ मिलेगा। दूसरी तरफ स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से देखें तो, इस अवधि में आपको खासतौर से अपनी सेहत को लेकर सावधानी बरतनी पड़ सकती है। आपके लिए किसी भी तरह का मानसिक तनाव इस समय हानिकारक साबित हो सकता है। लिहाजा किसी भी प्रकार के मानसिक तनाव से इस समय बचकर रहना ही आपके लिए हितकर होगा। हालाँकि निजी स्तर पर इस गोचरकाल के दौरान आपकी इच्छाशक्ति और साहस में ख़ासा इज़ाफा होगा। यदि आप किसी बिज़नेस की शुरुआत करना चाहते हैं तो, उसके लिए ये समय सबसे ज्यादा उत्तम है। आपके लिए ये गोचरकाल फलदायी साबित हो सकती है।

उपाय: विशेष लाभ के लिए श्वेतार्क का पौधा लगाएँ और उस पर रोज जल चढ़ाएं।

वृश्चिक राशि
इस गोचर के दौरान सूर्य आपकी राशि से दूसरे भाव में विराजमान होंगें। सूर्य के इस गोचर काल के दौरान आप विशेष रूप से धन अर्जित करने में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। इस दौरान आपको आर्थिक लाभ तो अवश्य मिलेगा लेकिन साथ ही यदि आप शेयर मार्किट या अन्य किसी क्षेत्र में निवेश की सोच रहें हैं तो, अपनी सूझ बूझ से काम लें अन्यथा नुक्सान हो सकता है। सूर्य के हानिकारक प्रभाव से आपको आँखों का रोग हो सकता है। लिहाजा इस अवधि में नेत्र संबंधी समस्या से बचने के लिए अपनी आँखों का ख़ास ख्याल रखें। यदि आप किसी से प्यार करते हैं तो, गोचर की इस अवधि में निराशा आपके हाथ लग सकती है। अपने प्रेमी से हद से ज्यादा उम्मीद रखना आपके लिए निराशा का कारण बन सकती है। लिहाजा इस समय प्रेम जीवन में संतुलन बना कर चलना ही आपके लिए अच्छा होगा। पारिवारिक जीवन में किसी बात को लेकर उत्पन्न हुए मतभेद से आप तनाव का शिकार हो सकते हैं। बहरहाल मानसिक शांति बनाए रखने के लिए इस गोचर के दौरान खुद को पारिवारिक विवादों से दूर रखना ही आपके लिए बेहतर होगा। नौकरी पेशा लोगों के लिए गोचर की ये अवधि शुभ परिणाम दे सकती है। इस गोचरकाल में आप अपने काम के प्रति सौ प्रतिशत समर्पित होंगें जिसका फल आपको समय आने पर ज़रूर मिलेगा। जहाँ एक तरफ आप अपने काम से संतुष्ट रहेंगे वहीं दूसरी तरफ आपका बॉस भी आपके काम की प्रशंसा करेगा। लिहाजा आपके अंदर एक आत्मविश्वास का भाव पैदा होगा जिससे आप अपने काम को और भी अच्छे तरीके से करने में सफल रहेंगे। यदि आप शादीशुदा हैं तो, इस गोचरकाल में आपके जीवनसाथी के साथ आपका मतभेद हो सकता है। मतभेद की इस स्थिति से बचने के लिए कुछ बातों को अनदेखा करना ही बेहतर होगा।

उपाय: बेलमूल की जड़ धारण करने से सूर्य के हानिकारक प्रभाव से बचा जा सकता है।

धनु राशि
चूँकि सूर्य का गोचर आपकी ही राशि में हो रहा है, लिहाजा ये आपकी राशि से पहले या लग्न भाव में स्थापित होंगें। सूर्य का ये गोचर आपके लिए कार्य क्षेत्र में शुभ परिणामदायी सिद्ध हो सकता है। यदि आप किसी सरकारी पद पर आसीन हैं तो इस दौरान आपको सरकार की तरफ से विशेष लाभ मिल सकता है। कामकाजी लोगों को कार्य क्षेत्र में उम्मीद से ज्यादा सफलता मिल सकती है। इस गोचरीय अवधि में कामकाजी लोगों के ऊपर काम का दवाब कम रहेगा। कामकाजी लोगों के लिए ये एक स्वर्णिम समय होगा। सूर्य के शुभ प्रभाव से आपको भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी और आप एक राजशाही जीवन व्यतीत कर पाएंगे। हालाँकि इस गोचरीय अवधि में आपके अंदर अहंकार की भावना जागृत हो सकती है, जो कि आपके लिए परेशानी की वजह बन सकती है। यदि आप विवाहित हैं तो आपका ये अहंकारी स्वभाव खासतौर से आपके वैवाहिक जीवन को प्रभावित कर सकता है। बहरहाल जीवनसाथी के साथ प्रेम भाव बनाए रखें और उन्हें कोई भी ऐसी बात ना कहें जिससे उनके स्वाभिमान को चोट पहुँचती हो। गोचर की इस अवधि में आपको अपनी सेहत का ख़ास ख्याल रखना होगा। इस अवधि में स्वास्थ्य को अनदेखा करना आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है। लिहाजा अपनी सेहत का ख़ास ख्याल रखें अन्यथा आपको किसी शारीरिक कष्ट से गुजरना पड़ सकता हैं। सूर्य के इस गोचरकाल में धनु राशि के जातकों को अपनी सेहत का ख़ास ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही साथ व्यापार से जुड़े लोगों को इस अवधि के दौरान ख़ासा मुनाफ़ा मिल सकता है। यदि आप किसी नए बिज़नेस की शुरुआत करना चाहते हैं तो उसके लिए भी सूर्य के गोचर की ये अवधि फलदायी साबित हो सकती है।

उपाय: विशेष लाभ के लिए सूर्य देव को जल चढ़ाएं और उन्हें लाल फूल अर्पित करें।

मकर राशि
सूर्य आपकी राशि से बारहवें भाव में स्थापित होंगें। गोचर की ये अवधि आपके लिए आर्थिक रूप से हानिकारक साबित हो सकती है। इस दौरान आपके ख़र्चों में वृद्धि होने की संभावना नजर आ रही है। बहरहाल आर्थिक रूप से मजबूत बने रहने के लिए गोचर की इस अवधि में अपने ख़र्चों पर थोड़ा नियंत्रण रखें। अनावश्यक चीजों पर पैसे खर्च करना आर्थिक रूप से आपकी कमर तोड़ सकती है। निजी स्तर पर गोचर की इस अवधि में आपके मन में कामुक विचार आ सकते हैं या आप किसी गलत संगत में पड़कर आप अपना मान सम्मान गँवा सकते हैं। लिहाजा इस गोचरकाल के दौरान खुद पर संयम रखें और बुरे विचार मन में ना आने दें। यदि प्रेम जीवन की बात करें तो, सूर्य का गोचर आपके प्रेम जीवन के लिए विपरीत परिणाम दे सकता है। पार्टनर की किसी बात से आपके दिल को चोट पहुँच सकती है। प्रेम संबंध में परस्पर प्रेम और सद्भाव बनाये रखने के लिए एक दूसरे की भावनाओं को समझना बेहद आवश्यक है। जहाँ तक वैवाहिक जीवन की बात है तो, शादीशुदा जातक इस दौरान कुछ अनमोल पलों का आनंद उठा पाने में सफल रहेंगे। हालाँकि यदि आपने पिछले कुछ अरसे से कोई ख़ास प्लान बनाया है तो उसमें तब्दीली हो सकती है। बिज़नेस से जुड़े लोगों को कामकाज के सिलसिले में किसी अनचाही यात्रा पर जाना पड़ सकता है। इससे आपको परेशानी तो होगी ही लेकिन भविष्य में आपको लाभ भी मिलेगा। कामकाजी लोगों को कार्य क्षेत्र में इस अवधि में जी तोड़ मेहनत करनी होगी तभी उन्हें उचित लाभ मिलेगा। काम को लेकर बरती जाने वाली लापरवाही आपके लिए नुक़सानदेह साबित होगी। मकर राशि के जातकों के लिए ये गोचरकाल मिला जुला परिणाम देने वाला साबित होगा।

उपाय: रविवार को गेहूं की बालियां दान करने से सूर्य के हानिकारक परिणाम से बचा जा सकता है।

कुंभ राशि
इस दौरान सूर्य आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में विराजमान होगा। सूर्य के इस गोचरकाल के दौरान आप अपने उन लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल हो सकते हैं जिसे पाने का इंतज़ार आप काफी लंबे वक़्त से कर रहे हैं। कार्य क्षेत्र में यदि आप सरकारी पद पर आसीन है तो, इस दौरान आपको उच्च अधिकारियों से विशेष लाभ मिल सकता है। काम काज को लेकर आप इस समय सजग रहेंगे जिसके फलस्वरूप कार्य क्षेत्र में आपके मान सम्मान में वृद्धि होगी और आपके आय में भी बढ़ोत्तरी हो सकती है। आर्थिक स्तर पर आपको इस गोचरकाल के दौरान विशेष लाभ प्राप्त होगा और आप अपने आवश्यक कार्यों को करने में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। आर्थिक मज़बूती और काम में मिलने वाली सफलता से मन प्रसन्न रहेगा। यदि आप सिंगल हैं तो गोचर की इस अवधि में आपके जीवन में किसी ऐसे व्यक्ति की एंट्री हो सकती है जिसके साथ जीवन भर का रिश्ता बना सकते हैं। हालाँकि यदि सूझ बूझ से काम ना लिया जाए तो इस रिश्ते के टूटने की संभावना ज्यादा हो सकती है। विवाहित जातकों के लिए सूर्य के गोचर का ये समय ख़ासा महत्वपूर्ण साबित होगा, इस दौरान समाज में आपके जीवनसाथी के मान मर्यादा में वृद्धि होगी और इसका परस्पर लाभ आपको भी मिलेगा। लिहाजा इस समय वैवाहिक जीवन में आपके लिए ख़ुशियाँ ही ख़ुशियाँ होंगी। कुंभ राशि के वो छात्र जो किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए गोचर का ये समय ख़ासा फलदायी साबित हो सकता है।

उपाय: विशेष लाभ के लिए रविवार के दिन किसी जरुतमंद व्यक्ति को दवाई बांटें।

मीन राशि
सूर्य आपकी राशि से दसवें भाव में विराजमान होंगें। आपके लिए सूर्य का ये गोचर खासतौर से करियर के लिहाज से फलदायी हो सकता है। यदि आप काम की तलाश में हैं तो गोचर की इस अवधि के दौरान आपकी ये तलाश ख़त्म हो सकती है और आपको अपने मनचाही जगह पर काम मिल सकता है। इसके साथ ही यदि आप पहले से ही कामकाजी हैं तो आपके ओहदे में वृद्धि हो सकती है। हालाँकि इस दौरान आपको अपने सहकर्मी से थोड़ा सावधान रहना होगा क्योंकि आपकी तरक्की की राह में वो बाधा बन सकते हैं। इस गोचरकाल में पारिवारिक जीवन थोड़ा तनाव पूर्ण व्यतीत होगा। परिवार में किसी बात को लेकर पिता के साथ वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। आपकी बातें पिता को कष्ट पहुंचा सकती हैं इसलिए इस समय अपनी वाणी पर संयम ज़रूर बरतें। यदि आप विवाहित हैं तो, इस गोचरीय अवधि में आपके जीवनसाथी के साथ किसी बात को लेकर अन-बन हो सकती है। इस बात का ध्यान रखें कि किसी भी रिश्ते को बनाये रखने के लिए एक दूसरे का सम्मान करना बेहद आवश्यक है। लिहाजा जीवनसाथी के साथ दुर्व्यवहार करना आपके रिश्ते के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। व्यापार से जुड़े जातकों को इस अवधि में सूझ बूझ के साथ काम लेना होगा, आपके द्वारा लिया गया एक गलत फैसला आपके लिए बेहद नुकसान देह साबित हो सकता है। मीन राशि के जातकों के लिए सूर्य के गोचर की ये अवधि मध्यम फलदायी साबित हो सकती है।

उपाय: रविवार के दिन लाल वस्त्रों का दान करना आपके लिए फ़ायदेमंद साबित हो सकता है।
           सौजन्य
ज्योतिषाचार्य, 
 श्री जय माताजी  ज्योतिष कायॉलय
शास्त्री हिरेनकुमार धिरजलाल व्यास
पालनपुर
  mo: 9824636531,8200045585
आपका दिन सुखमय रहे, आनंदमय रहे, यही ईश्वर से प्रार्थना एवं कामना करते है.

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